रोजमर्रा की ऐसी 10 चीजें जिनमें होते हैं सैकड़ों बैक्टीरिया जो हमें कर सकते हैं बीमार
Home Cleaning Tips: अपने आप को साफ सुथरा रखना कितना महत्वपूर्ण ये बात तो हम सभी जानते है। इसलिए हम अपने आसपास की चीजों को भी साफ रखते है। ताकि हम गलती से बीमार ना पड़ जाये। वैसे भी अब तो समय भी ऐसा चल रहा है कि गलती से बीमार पड़ गये। तो बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है। देश में फैली महामारी कोरोना का प्रभाव इतना खतरनाक है कि अब लोग तो मामूली चीजों से भी डर जा रहे है। इसलिए लोग अपने आसपास की चीजों को इतना अच्छे से साफ कर रहे है कि कोई बीमारी ना हो जाये। लेकिन क्या सिर्फ इतना करना हमारे लिए काफी है? शायद नहीं!
हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी में कुछ ऐसी चीजे है जिनका उपयोग हम रोजाना करते है। लेकिन उन ही चीजों के ऊपर इतने बैक्टीरिया होते है। जिन्हें इस्तेमाल करने के बाद साफ ना करने से हम बीमार पड़ सकते है। तो आइए जानते है उन रोजमर्रा की चीजों के बारे में जिस पर आसानी से बैक्टीरिया पनप जाते हैं।
तौलिया
तौलिये का इस्तेमाल हम रोज़ाना गीले हाथों को साफ करने के लिए करते है। लेकिन क्या आपको पता है कि जहाँ हम आपने गिले तौलिये को रखते है वही सबसे ज्यादा बैक्टीरिया पनप जाते हैं। ये बैक्टीरिया कम से कम 3 से 4 घंटे चिपके रहते है। जो कि हमें आसानी से संक्रमित कर सकते है। संक्रमित ना होने के लिए हमारे पास एक ही उपाय है कि 2-3 बार इस्तेमाल करने के बाद हमें तोलिए को धो लेना चाहिये और कभी भी अपना तौलिये को दूसरों को इस्तेमाल करने को भी नहीं देना चाहिए।
टूथब्रश
ये बात तो सबने सुनी होगी कि सबसे ज्यादा बैक्टीरिया हमारे मुँह में पाये जाते है और जाहिर सी बात है कि उन बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए हम टूथब्रश का उपयोग करते है। लेकिन क्या आपको पता है कि टूथब्रश में भी बैक्टीरिया पाये जाते है ? टूथब्रश में कई बैक्टीरिया पाये जाते है। जो हमारे लिए सही नहीं है। हम टूथब्रश का इस्तेमाल करने के बाद उसको बाथरूम में ही रख देते है और नम माहौल के कारण टूथब्रश पर ज़ल्दी बैक्टीरिया पनपते है। इन बैकटीरिया को खत्म करने के लिए हमें टूथब्रश को साफ करके सीधा खड़ा कर देना होता है। साथ ही उसके ब्रिसिल्स को भी कवर करके रख देना चाहिए। साथ ही साथ पूरे परिवार को एक ही जगह पर टूथब्रश नहीं रखने चाहिए। सब अपने ब्रश अलग रखें और 3 से 4 महीने के बाद टूथब्रश बदल ले।
वॉशबेसिन का नल
हम अक्सर जहाँ हाथ धोते है यानी वॉशबेसिन के नल पर तो वहाँ पर भी कई बैक्टीरिया आ जाते है। उनमें से एक बैक्टीरिया जिसका नाम एंटीएम है। ये एक ऐसा माइक्रो बैक्टीरिया हैं, जो वॉशबेसिन के नल पर पाया जाता है और इसकी 150 से भी ज्यादा प्रजातियाँ है। जो कि नुकसानदेह तो नहीं है परन्तु कुछ प्रजातियाँ ऐसी है जो लोगो के फेफड़ों में गंभीर समस्या उत्पन कर सकता है। साथ ही साथ इम्युनिटी को भी कमज़ोर करती है। इसलिए इससे बचने का एक ही रास्ता है कि हम नल को डिसइन्फेक्ट स्प्रे, सिट्रिक एसिड या फिर विनेगर से रोज़ाना धोये।
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फ्रिज
फ्रिज एक ऐसी आधुनिक चीज है जिसमें हम आपने खाने को, सब्जियों को, फलों को और अन्य सामानों को रख सकते है। फ्रिज दिखने में भी काफी सुंदर और साफ लगता है। लेकिन ये साफ दिखने के बाद भी साफ नहीं होता। दरअसल फ्रिज में भी बैक्टीरिया स्पिल्स शेल्फ की दरारो और ट्रे पर मौजूद होते है। जो की काफी नुकसानदायक है क्योंकि हम अपना खाना फ्रिज में रखते है। अगर फ्रिज में ही बैक्टीरिया होगे तो वो हमारे खानों पर लग के हमें संक्रमित कर सकते है। तो इससे बचने का ये उपाय है कि फ्रिज को गरम पानी और साबुन से अच्छी तरीके से धोये और ज्यादा दिन तक सब्जियों को भी फ्रिज में ना रखें।
बेड शीट
अब जिस बेड पर सोते हो वो भी बैक्टीरिया वाला होता है। जो बेड शीट आपने अपने बेड पर बिछा रखी होती है। उसमे में भी ऐसे बैक्टीरिया होते है जो हम को दिखाई तो नहीं देते पर हमारे लिए काफी हानिकारक होते है। अमेरिकन लंग एसोसिएशन के अनुसार बेड शीट पर रहने वाले बैक्टीरिया से इम्युनिटी कमज़ोर होती है। जिससे नाक बहना, आँखों से पानी आना, लगातार खांसी, जकड़न और अस्थमा जैसी परेशानी हो सकती है। इसलिए इससे बचने के लिए हमें बेड शीट को गरम पानी से धोना चाहिए और घर में आद्रता का स्तर भी 50 फीसदी से कम बनाये रखना चाहिए।
चोपिंग बोर्ड
चोपिंग बोर्ड का अक्सर हम इस्तेमाल सब्जियाँ काटने के लिए करते है। लेकिन अगर चोपिंग बोर्ड पर भी बैक्टीरिया मौजूद है तो ये हमारे खाने में लग के हमारे पेट के अंदर जा कर परेशानियां उत्पन्न कर सकते है। इसलिए हमें इसका भी ध्यान रखना होगा कि बैक्टीरिया ना लगे। इसे इस्तेमाल करने के बाद ज़रूर धोये और हो सके तो धोने के लिए विनेगर और ब्लीच का इस्तेमाल करें ।
किचन स्पंज
स्पंज से हम अपने झूठे बर्तनों को धोते है ताकि अगली बार बर्तन फिर इस्तेमाल किए जाये। लेकिन अगर स्पंज ही बैक्टीरिया वाला हो तो हमारे बर्तन दिखने में तो साफ लगेंगे मगर उनपर भी बैक्टीरिया उत्पन हो जाएंगे। इसलिए इस समस्या का हल यही है कि स्पंज को सिर्फ धोये ना बल्कि उबले पानी में 5 मिनट डाल के रखें और फिर धोये।
वॉशिंग मशीन
जिस वॉशिंग मशीन में हम अपने गंदे कपड़े धोते है। उस मशीन में भी बड़ी संख्या में बैक्टीरिया पाये जाते है। जो की हमारे कपड़ों पर लग के हमें बीमार कर सकते है। वाशिंग मशीन के अंदर के स्थान पर सबसे जल्दी बैक्टीरिया पाये जाते है। तो हमें वॉशिंग मशीन को भी विनेगर और ब्लीच से डिसइन्फेक्ट करना चाहिए।
कीबोर्ड और रिमोट कंट्रोल
कीबोर्ड और रिमोट का हम रोज़ाना ही इस्तेमाल करते है। यह हमारी ज़िंदगी का एक ज़रूरी हिस्सा बन गये है। इनके बिना अब हमारा कोई काम होता ही नहीं, परन्तु क्या आपको ये पता है कि इन पर सैकड़ों बैक्टीरिया पाये जाते है। एक रिपोर्ट के अनुसार रिमोट पर प्रति वर्ग इंच में 70 बैक्टीरिया पाये जाते है। जो सीधा हमारे शरीर में जा कर हमें नुकसान पहुंचा सकते है। ऐसे में हमें रोज कीबोर्ड और रिमोट को साफ करना चाहिए।
वैक्यूम क्लीनर
वेक्यूम क्लीनर घरों को साफ करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन ये घर को साफ करते करते इसमें खुद कई बैक्टीरिया पनप जाते है। जो हमें एलर्जी और साँस लेने में दिक्कत कर सकते है। इसलिए हमें इसे भी हमेशा साफ करते रहना चाहिए और इस्तेमाल करते वक्त मास्क भी पेहन लेना चाहिए।
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– Palak Mujral