स्वास्थ्य की स्थिति की जांच करना महत्वपूर्ण है. हाई बीपी या सिर्फ सिरदर्द को कभी भी नजरअंदाज न करें, हाइपरटेंशन गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकता है. उच्च रक्तचाप की बीमारी, इसके कारणों और रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है. यह प्रतिवर्ष 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप लीग (WHL) द्वारा उच्च रक्तचाप की बीमारी, इसकी रोकथाम, पता लगाने और नियंत्रण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. हृदय रोग विकसित करने का मुख्य जोखिम कारक उच्च रक्तचाप है.
WHD(World Hypertension Day) को पहली बार 17 मई 2005 में मनाया गया था. उच्च रक्तचाप हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है. उच्च रक्तचाप में, धमनियों पर बल अधिक होता है. यह दिन सभी देशों के नागरिकों को इसे रोकने और नियंत्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है. उच्च रक्तचाप को एक साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है. साथ ही इसे आधुनिक महामारी के रूप में भी जाना जाता है.
World hypertension day 2021: Theme
इस वर्ष की थीम है “Measure Your Blood Pressure Accurately, Control it, Live Longer” यानी अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें. इसका उद्देश्य दुनिया भर में कम जागरूकता दर को बढ़ाना, विशेष रूप से निम्न से मध्यम आय वाले क्षेत्रों में और सटीक रक्तचाप माप विधियों पर ध्यान केंद्रित करना है.
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस 2020 का विषय “अपने रक्तचाप को मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें. ” यह विषय दुनिया भर की सभी आबादी में उच्च रक्तचाप (बीपी) जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है.
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस 2019 का विषय “अपने नंबर जानें” था. आपको बता दें कि 2019 में WHL ने इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ हाइपरटेंशन (ISH) के साथ मिलकर मई मेजरमेंट मंथ को प्रमोट किया था.
भारत में उच्च रक्तचाप का प्रचलन है जिसमें 60 वर्ष से अधिक के प्रत्येक तीन में से एक भारतीय उच्च रक्तचाप से प्रभावित है. उच्च रक्तचाप तब होता है जब रक्तचाप अवांछनीय स्तर तक बढ़ जाता है. यह आर्टरी की दीवारों की तरफ रक्त द्वारा लगाया हुआ बल है. विभिन्न दिशा निर्देशों के अनुसार सामान्य रक्तचाप 120/80 mm hg और उच्च रक्तचाप सामान्य से ज्यादा होता है 130/80 mm hg और 140/90 mm hg होता है.
डॉक्टरों के मुताबिक इसे साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है. उच्च रक्तचाप को मस्तिष्क हृदय गुर्दे और रक्त वाहिकाओं को घातक नुकसान पहुंचा सकता है. इसके कारण दिल का दौरा पड़ सकता है, जिसमें दिल की विफलता और गुर्दे की विफलता भी शामिल है. अगर इसका जल्द निदान और उचित इलाज ना किया जाए तो यह खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकता है.
बीपी नापते समय इन बातों का रखें ध्यान
- सही आकार के बीपी कफ को नंगे हाथ पर लगाने की जरूरत है, बीपी कफ को कपड़ों के ऊपर रखने से रीडिंग बढ़ सकती है. इसलिए बीपी नापते वक्त इस बात का ध्यान रखें.
- एक खाली वस्ति होना महत्वपूर्ण है, एक पूर्ण वस्ति बीपी रीडिंग को बढ़ा सकता है.
- बीपी नापते वक्त बातें करना नजरअंदाज करें.
- हाथों को हृदय के स्तर पर सराहना दे.
- पेट को सराहना देकर बैठे.
- मापने से 30 मिनट पहले भोजन, कैफीन, धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें.
- होम ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग (HBPM) के मामले में, न्यूनतम तीन रीडिंग दर्ज की जानी चाहिए और अंतिम दो रीडिंग का औसत रक्तचाप माना जा सकता है.
अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव लाने से हम हाइपरटेंशन की समस्या को दूर कर सकते हैं. जीवन शैली में बदलाव आपके उच्च रक्तचाप के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. यदि आप स्वस्थ जीवन शैली के साथ अपने उच्च रक्तचाप को सफलतापूर्वक नियंत्रित करते हैं तो आप दवाइयों से बच सकते हैं.

अपनी जीवन शैली में लाएं यह बदलाव
1.नियमित रूप से व्यायाम करें
यदि आप का रक्तचाप बढ़ा हुआ है तो व्यायाम उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने में आपकी मदद करेगा. एरोबिक व्यायाम के कुछ उदाहरण जो आपके रक्तचाप को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकते हैं जिसमें टहलना, साइक्लिंग , स्विमिंग या डांसिंग शामिल है.
2.स्वस्थ आहार लें
साबुत अनाज फल, सब्जियां और कम साइट वाले डेयरी उत्पादों से भरपूर आहार लें, कोलेस्ट्रॉल पर कंजूसी करने से उच्च रक्तचाप कम हो सकता है.
3. पोटेशियम की मात्रा बढ़ाएं
पोटेशियम रक्तचाप पर सोडियम के प्रभाव को कम कर सकता है. पोटेशियम का सबसे अच्छा स्रोत भोजन माना जाता है जैसे कि पूरक आहार के बजाय फल और सब्जियां. पोटेशियम के स्तर के बारे में अपने डॉक्टर से भी जरूर सलाह लें.
4. आहार में सोडियम कम करें
आहार में सोडियम की छोटी सी कमी भी हृदय के स्वास्थ्य में सुधार ला सकती है और उच्च रक्तचाप को लगभग 5 से 6 mm hg तक कम कर सकती है.
5. शराब का सेवन करते हैं, तो मात्रा को कम करें
शराब आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छी और बुरी दोनों ही हो सकती हैं. शराब का सेवन कम करने से आप अपने रक्तचाप को लगभग 4 mm hg तक कम कर सकते हैं. एक नियमित मात्रा से अधिक शराब पीने से वास्तव में रक्तचाप कई बिंदुओं तक बढ़ सकता है. यह दवाइयों की प्रभावशीलता को भी कम करता है.
6. कैफीन कम करें
रक्तचाप पर कैफीन के दीर्घकालिक प्रभाव स्पष्ट नहीं है. यह संभव है कि इससे रक्तचाप थोड़ा बढ़ सकता है. क्या कैफीन आपके रक्तचाप को बढ़ाता है यह देखने के लिए कैसे नियुक्त पेय पीने के 30 मिनट के भीतर अपने दबाव की जांच करें. यदि आप का रक्तचाप 5 से 10 mm hg तक बढ़ जाता है, तो आप क्या सीन के रक्तचाप को बढ़ाने वाले प्रभावों के प्रति अपनी संवेदनशीलता दिखा सकते हैं.
18 साल की उम्र से कम हर दो साल में रक्तचाप की जाँच की जांच करवानी चाहिए. यदि आप 40 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं, या 18 से 39 वर्ष के हैं और उच्च रक्तचाप के उच्च जोखिम के साथ हैं, तो हर वर्ष अपने डॉक्टर से रक्तचाप चेक करवाते रहें. सामान्य जोखिम कारकों में उम्र, पारिवारिक इतिहास, अधिक वजन या मोटापा, गतिहीन जीवन शैली, धूम्रपान, अपने भोजन में बहुत अधिक नमक का उपयोग, बहुत अधिक शराब पीना और उच्च स्तर का तनाव शामिल हैं.
By- Srishti