Why Rolex Is Famous : घड़ी पहनने का शौक हर किसी को लगभग होता ही है. ऐसे लोग अपने कॉलेज टाइम में, ऑफिस टाइम या नॉर्मल दिनों में भी घड़ी पहनना पसंद करते हैं.
साथ ही एक ऐसी घड़ी भी है जिसे पहनने की इच्छा भी कई लोग रखते हैं, जो अपने नाम से ही लोगों को आकर्षित करने के लिए काफी है. रोलेक्स वॉच का नाम हर किसी ने सुना होगा, तो कई ऐसे भी लोग होंगे जिनके पास ये वॉच है भी.
रोलेक्स दुनिया की सबसे फेमस वॉच मानी जाती है, जिसे हर कोई पहनना चाहता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर रोलेक्स दुनिया का इतना फेमस वॉच क्यों है? Why Rolex Is Famous? उसमें ऐसी क्या खासियत है कि हर कोई इस वॉच पहनने की चाहता रखता है? आज हम आपको रोलेक्स की लोकप्रियता और मार्केट इसके बढ़ते डिमांड के पीछे की असली वजह के बारे में बताने जा रहे हैं.
लंदन से हुई थी रोलेक्स की शुरुआत (Origin of Rolex)
रोलेक्स वॉच की शुरुआत साल 1905 में हैन्स विल्सडोर्फ (Hans Wilsdorf) और अल्फ्रेड डेविस (Alfred Davis) ने मिलकर की थी. साथ ही बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि रोलेक्स ब्रांड का पहला नाम फिट्टिंगली (fittingly) था, जो इसे हैन्स विल्सडोर्फ और अल्फ्रेड डेविस ने दिया था.
साल 1908 में प्रथम विश्व युद्ध के बाद कंपनी को लंदन से स्विटरजलैंड शिफ्ट कर दिया गया और इसी समय ही इसका नाम बदलकर रोलेक्स रखा गया. आज रोलेक्स दुनिया का सबसे फेमस स्विस वाच ब्रांड है, जिसके पास 500 से ज्यादा पेटेंट वॉच वैरिटी है. साथ ही रोलेक्स उन कुछ ब्रांड्स में से एक है, जो गोल्ड और प्लैटिनम कोटेड वॉच बनाते हैं.
रोलेक्स क्यों है इतना फेमस? (Why Rolex Is So Famous)
Why Rolex Is Famous: किसी भी चीज के फेमस होने के पीछे कभी एक कारण नहीं होते हैं. उसकी लोकप्रियता के कई पहलु होते हैं, जिसमें उसके नाम से लेकर क्वालिटी और डिजाइन आदि शामिल होते हैं और यही सारी चीज मिलकर उसे फेमस करते हैं. ठीक ऐसे ही रोलेक्स की लोकप्रियता के पीछे कई कारण है,
प्रोडक्ट क्वालिटी (Rolex Product Quality)
रोलेक्स की सफलता और फेमस होने के पीछे एक सबसे बड़ा कारण है, इसकी प्रोडक्ट क्वालिटी. रोलेक्स अपने फर्स्ट एडिशन से ही वॉच क्वालिटी पर ध्यान देता है. जिसकी वजह से ये वॉच काफी ज्यादा मजबूत, रिलाएबल और सही टाइम दिखाने के लिए जाना जाता है.
हाई क्वालिटी को मेन्टेन करते हुए रोलेक्स हर साल की तिमाही तक तकबरीन लाखों घड़ियां बनाता हैं. साथ ही रोलेक्स को बेस्ट बनाने के लिए कंपनी हर तरह के जरुरी इम्प्रूवमेंट भी करती है. इस घड़ी के अंदर टूरबिलोन, परपेचुअल कैलेंडर या मिनट रिपीटर्स – यहां तक कि बड़े डेट डिस्प्ले, पावर रिजर्व इंडिकेटर या अलार्म फंक्शन के साथ मूवमेंट भी नहीं होते हैं, क्योंकि ये क्वालिटी को प्रभावित करते हैं. साथ ही इसका बेजेल काफी स्मूथ और परफेक्टली रोटेट होता है, जैसे आप किसी सबमरीन या जीएमटी-मास्टर II को घुमा रहे हो.

मशीनों के बदले हाथों से बनायी जाती रोलेक्स घड़ियां (Rolex Watches Making Tricks)
अपने गौर किया होगा कि रोलेक्स घड़ी की डिजाइन और लुक्स काफी ज्यादा आकर्षित होते हैं, ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि रोलेक्स को हाथ से बनाया जाता है और ये बात बहुत कम लोग जानते हैं. मार्केट में जहां अन्य वॉच कंपनियां मशीनों के द्वारा घड़ियों को बनाने का काम करती है, वही इसके विपरीत रोलेक्स कंपनी अपनी घड़ियों को मशीनों के बजाय हाथों से बनाने का काम करती है.
ये सभी घड़ियों हजारों साल तक चल सकती है, इसलिए इनका प्रेशर टेस्ट होता है. साथ ही बनने के बाद हर एक घड़ी को 15 दिन और रात के लिए टेस्टिंग के लिए भेजा जाता है, ताकि ये तय हो सके कि इनकी क्वालिटी में कोई खराबी तो नहीं है.
विषम क्लाइमेट चेंज की परिस्थितियों में भी चल सकती है रोलेक्स घड़ियां
Why Rolex Is Famous: इसके अलावा रोलेक्स घड़ी कई सारी विषम परिस्थितियों में भी अच्छे से काम करने के लिए जानी जाती है. साल 1953 में जब Sir Edmund Hillary और Tenzing Norgay माउंट एवेरेस्ट की चढ़ाई के लिए गए थे, तो उन्हें रोलेक्स की घड़ी दी गयी थी, और उस साल के ट्रिप को रोलेक्स ने ही स्पोंसर किया था.
जब बाद में Sir Edmund Hillary वापस लौटे तब उन्होंने उस घड़ियों को टेस्टिंग करने के लिए कंपनी को रिटर्न कर दिया था. जहां से ये पता चला की रोलेक्स की प्रोडक्ट क्वालिटी इतनी अच्छी है कि ये घड़ियां विषम क्लाइमेट चेंज की परिस्थितियों में भी चल सकती है.
रोलेक्स कंपनी के तहत चलते हैं कई जनकल्याणकारी प्रोग्राम (Rolex Watch Company Run By An NGO, Why Rolex Is Famous)
Why Rolex Is Famous: आमतौर पर ब्रांडेड प्रोडक्ट्स का मुख्य उद्देश्य धन कमाना और रेवेन्यू जनरेट करना होता है. वो मार्केट में लीड करने के उद्देश्य से प्रोडक्ट्स को लॉन्च करते हैं, जो अपने प्रोडक्ट्स को बेचकर लाभ कमाने पर ज्यादा ध्यान देते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि रोलेक्स ब्रांड एक नॉन चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत चलता है.
रोलेक्स घड़ी को साल 1945 में स्थापित किए गए विल्सडोर्फ फाउंडेशन समर्पित कर दिया गया था. इस फाउंडेशन की शुरुआत विल्सडोर्फ की पत्नी की मौत के बाद उनकी याद में शुरू किया गया था. इसके बाद से रोलेक्स का पूरा रेवेन्यू चैरिटेबल कामों के लिए जाता है. साल 1960 में विल्सडोर्फ ने रोलेक्स कंपनी का पूरा मालिकाना हक इस फाउंडेशन को दे दिया था, जिसके बाद, पहले दिन से ही रोलेक्स का सारे प्रॉफिट चैरिटेबल कार्यों में ही लगाया जाता है.
विल्सडोर्फ फाउंडेशन के तहत कई सारे चैरिटेबल प्रोग्राम चलाए जाते हैं, जैसे इसके अंतर्गत आर्ट इंस्टिट्यूट, स्कालरशिप और एजुकेशनल प्रोग्राम, खेल यूनियन, विकासशील देशों में स्किल्स डेवलपमेंट के कार्यक्रम, वॉच बनाने वाले स्कूल, अनाथालय, आदि कई प्रोग्राम स्विट्जरलैंड के साथ-साथ कई सारे देशों में चलाया जाता है.
100 सालों तक मार्केट में प्रतिष्ठित ब्रांड बने रहने की दिशा में काम करता है रोलेक्स
जैसा की रोलेक्स की पंचलाइन है, ‘The Rolex Way’ ठीक ऐसे ही इस पूरी कंपनी के काम करने का तरीका भी काफी अलग है. रोलेक्स कंपनी में कोई इन्वेस्टर नहीं है, ना ही इस कंपनी में कोई शेयरहोल्डर्स हैं. इसके बावजूद मार्केट में स्टॉक प्राइसिंग से लेकर इसकी डिमांड और मार्केट में सेल वैल्यू को बढ़ाने के लिए टारगेट सेट किए जाते हैं और इस तरह से ये दुनिया का फेमस वॉच ब्रांड बनता है.
रोलेक्स शार्ट-टर्म प्रॉफिट बिल्डिंग की जगह लॉन्ग टर्म ब्रांडिंग और मार्केट में नाम बनाने वाली स्ट्रेटजी पर काम करता है. जिससे कंपनी कई दशकों तक मार्केट में मजबूती से बनी रहे और नाम कमाती रहे. इसी चीज को ध्यान में रखते हुए रोलेक्स मार्केट में बड़ा बने रहने और प्रॉफिट रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए काफी हार्ड वर्क करके अपने प्रोडक्ट्स में इनोवेशन करते रहते है.
अपने ब्रांड वैल्यू को बनाए रखते हुए, उसको हर साल बढ़ाने के उद्देश्य से, रोलेक्स आने वाले साल के सेल्स को बूस्ट करने की बजाय वो मार्केट में अगले 30, 40 और 100 सालों तक प्रतिष्ठित ब्रांड बना रहे, इस बात पर ज्यादा ध्यान देता हैं. लॉन्ग टर्म ब्रांड वैल्यू और नाम के लिए शार्ट-टर्म लाभ से हटकर रोलेक्स अपने तरीके से द रोलेक्स वे से मार्केटिंग करता है.