Draupadi Murmu President Candidate: देश में अगले राष्ट्रपति के चयन के लिए जुलाई महीने में चुनाव होने हैं, जिसके नतीजे ये तय कर देंगे की देश का अलग राष्ट्रपति कौन बनेगा? लेकिन देश में अगले राष्ट्रपति के लिए सत्ताधारी पार्टी से लेकर विपक्षी पार्टियों ने भी अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए हैं.
जहां विपक्षी पार्टियों ने मिलकर यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है, वहीं एनडीए ने मिलकर अगले राष्ट्रपति पद के लिए ओडिशा की जानी-मानी और प्रतिष्ठित आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है.
तो चलिए जानते हैं कि आखिर ये द्रौपदी मुर्मू कौन है? जिनका नाम सत्तारधारी पार्टी ने देश के अगले राष्ट्रपति के रूप में प्रस्तावित करने का फैसला लिया हैं.
संघर्षों और विषम परिस्थितियों से भरा रहा है द्रौपदी मुर्मू का जीवन (Draupadi Murmu President Candidate)
20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में जन्मी द्रौपदी मुर्मू का जीवन संघर्षों और कठिनाइयों से भरा रहा हैं. द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के आदिवासी समुदाय के संथाल परिवार से संबंध रखती है. द्रौपदी मुर्मू का विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ था और बेटे और बेटी भी हुई थी, लेकिन शादी के कुछ साल बाद ही इनके पति और दोनों बेटों का निधन हो गया.
Draupadi Murmu President Candidate: इसके बाद बेटी की परवरिश और पढ़ाई-लिखाई जिम्मेदारी को संभालते हुए मुर्मू ने एक टीचर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और फिर उन्होंने ओडिशा के सिंचाई विभाग में एक कनिष्ठ सहायक यानी क्लर्क के पद भी नौकरी की.द्रौपदी मुर्मू की बेटी का नाम इति मुर्मू है, जो रांची में अपने पति गणेश और बेटी बेटी आद्याश्री के साथ रहती है.

इस तरह से हुई थी दोनों बेटों की दुखद मौत (How did Draupadi Murmu Lose Her Sons)
साल 2009 द्रौपदी मुर्मू के लिए काफी कठिनाइयों से भरा रहा, जब उनके एक बेटे की अचानक से मौत हो गई, इस सदमे ने उन्हें तोड़ दिया. किसी तरह से वो इस सदमे से बाहर आयी ही थी कि साल 2012 में इनके दूसरे बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. दोनों बेटों को खोने के बाद द्रौपदी मुर्मू काफी अकेली हो गयी. इन्होंने अपने पति को पहले ही खो दिया था.
द्रौपदी मुर्मू का राजनितिक सफर (Draupadi Murmu’s Political Career)
Draupadi Murmu President Candidate: द्रौपदी मुर्मू ने अपने राजनितिक जीवन की शुरुआत निगम पार्षद के रूप में की थी. साल 1997 में वो पहली निगम पार्षद बनी. इसके बाद बीजेपी की तरह से ओडिशा के रैरंगपुर विधानसभा सीट से की दो बार विधायक भी रही. साथ ही वो नवीन पटनायक की सराकर में साल 2000 से 2004 के बीच मंत्री भी बनाई गई थी. साल 2015 में उन्हें बीजेपी ने झारखंड का राज्यपाल बनाया और हाल ही में बीते साल 2021 इनका कार्यकाल खत्म हुआ है.
अगर चुनाव जीतती है तो बनेगी देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति (Draupadi Murmu will second be second woman president of India)
देश में राष्ट्रपति पद को लेकर 18 जुलाई को मतदान होगा जिसका परिणाम 21 जुलाई को आएगा. अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतती है, तो वो आदिवासी समाज से बनने वाली पहली राष्ट्रपति होंगी और बतौर महिला वो देश की दूसरे राष्ट्रपति होने का खिताब अपने नाम करेंगी. प्रतिभा पाटिल के बाद राष्ट्रपति पद के लिए दूसरी बार किसी महिला के नाम का चयन किया जा रहा है.