Top IPL Betting Apps: भारत में IPL या इंटरनेशन मैच के दौरान ड्रीम 11 और इस जैसे कई सारे ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म के एड काफी ज्यादा देखने को मिलते हैं. Dream 11 के बारे में आज भारत का बच्चा- बच्चा जानता है. साथ ही इस एप पर कैसे पैसे लगाकर ईनाम जीता जाता है, लेकिन क्या आप ने कभी सोचा है कि भारत में जब सट्टेबाजी पर प्रतिबंध है, तो ऐसी स्थिति में भी ड्रीम 11 जैसे कई सारे गेमिंग प्लेटफॉर्म पर ये सारे काम क्यों चल रहे हैं? साथ ही इन्हें बैन क्यों नहीं किया गया. तो चलिए जानते हैं कि इसके पीछे की असल वजह क्या है और सट्टेबाजी बैन होने के बावजूद भी ये सारे प्लेटफॉर्म बैन क्यों नहीं है?
क्या कहता है सट्टेबाजी एक्ट 1867? (Betting Act 1867, Top IPL Betting Apps)
भारतीय संविधान के साल 1867 अधिनियम में इस बात का खास तौर पर जिक्र है कि ” भारत में सिर्फ हॉर्स रेस को छोड़कर और किसी भी प्रकार के खेल पर सट्टा लगाना एक गैरकानूनी अपराध है और ऐसा करते हुए पकड़े जाने पर आपको जुर्माना देना होगा या फिर जेल जाने का भी प्रावधान है.” मगर यहां पर ध्यान देने वाली बात ये हैं कि ये नियम सिर्फ ऑफलाइन सट्टेबाजी के लिए है, जबकि ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म को लेकर कोई रूल नहीं है और न ही इसका उल्लेख आईटी एक्ट 2000 में देखने को मिलता है.
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सट्टेबाजी और ड्रीम 11 जैसे गेमिंग प्लेटफॉर्म कैसे एक दूसरे से अलग है? (Top IPL Betting Apps)
अब आपको ये समझना होगा कि सट्टेबाजी में आपके प्रिडिक्शन के अलावा खरीद फरोस्त भी शामिल होता है. इसमें आप टीम के प्लेयर को भी शामिल कर सकते हैं, जबकि ऑनलाइन गेमिंग पर लगाएं जाने वाली बेटिंग का तरीका अलग होता है. इसमें आपको रिसर्च के साथ-साथ टीम भी बनानी पड़ती हैं. जोकि परम्परागत सट्टेबाजी से काफी ज्यादा अलग होता है. इसके अलावा आईटी एक्ट 2000 में इससे लेकर कोई नियम नहीं है और न इसको स्वीकार किया गया है. ऐसे में ये तय कर पाना काफी ज्यादा मुश्किल है कि यह कानूनी है या गैरकानूनी. इसके अलावा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 (1) तहत इसको बतौर वैध व्यवसाय संरक्षण भी दिया गया है. हालांकि भारत में आंध्र प्रदेश एक ऐसा प्रदेश है जहां पर हर तरह का सट्टा बैन है और वहां पर ड्रीम 11 जैसे प्लेटफॉर्म को भी बैन किया गया है.