क्या कभी मंगल पर जीवन था? (Are We Martian?)
Are We Martian: मंगल ग्रह आज बड़े-बड़े वैज्ञानिकों और बिजनेसमैन के लिए काफी ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है. दुनिया के कई सारे शक्तिशाली देश मंगल ग्रह पर अपना अलग-अलग मिशन भेजकर उसके बारे में शोध कर रहे हैं. वो जानना चाहते हैं कि क्या वाकई में मंगल ग्रह पर कभी जीवन था या आने वाले समय में वहां पर जीवन की कोई संभावना जन्म ले सकती हैं? ये ही सवाल आज लोगों के दिमाग में चल रहा है.

अब तो आम लोग भी स्पेस और मंगल जैसे ग्रहों के गर्भ में चल रहे उथल-पुथल को जानना चाहते हैं. इसके अलावा विदेशों के बड़े-बड़े बिजनेस टाइकून भी मार्स को लेकर काफी ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं. इसमें सबसे पहला नाम एलन मस्क है, जो मंगल ग्रह पर अपना एक मिशन भेजना चाहते हैं. मंगल ग्रह पर चल रहे हर हलचल पर वैज्ञानिकों ने अपनी आंखें गड़ा रखी है. साथ ही वो वहां की तस्वीरें भी सैटेलाइट के जरिए देखते रहते हैं, मग्गर इसी बीच एक थ्योरी काफी ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसके मुताबिक मंगल ग्रह पर आज से 4 बिलियन पहले वहां पर भी इंसानों का वास था.
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क्या कहती है ये 4 बिलियन वाली थ्योरी?
मंगल ग्रह को लेकर लोगों की अपनी अलग-अलग थ्योरी है. जिसमें से एक थ्योरी ये कहती है कि आज से करीब 4 बिलियन साल पहले मंगल ग्रह पर इंसानों का ही वास था. वो वहां पर बिल्कुल इसी तरह से रहते थे, जैसे लोग आज पृथ्वी पर रहते हैं. वहां पर भी एक सामाजिक संरचना थी. मगर अचानक कई सौ सालों बाद मंगल ग्रह पर एस्ट्रोइड की बारिश हुई. जिसकी वजह से मंगल ग्रह का वातावरण काफी ज्यादा प्रभावित हुआ. वहां का मैग्नेटिक फील्ड तेजी से क्षय होने लगा. जिसके कारण मार्स पर पोलर शिफ्टिंग शुरू हुई. जिसकी वजह से मंगल ग्रह का प्रोटेक्शन लेयर क्षीण होने लगा और इसका प्रभाव वहां पर मौजूद वाटर डेंसिटी पड़ा, जिससे वहां का सारा पानी अंतरिक्ष में विलय होने लगा.

कैसे हुआ था मंगल पर जीवन का अंत?
साथ वहां पर कार्बन की डेंसिटी बढ़ने लगी, जिससे मंगल के वातावरण में कार्बन की मात्रा बढ़ने लगी. इसके अलावा वहां पर ड्राई आइस यानी कार्बन मोनो ऑक्साइड बढ़ने लगा और इसकी के चलते ही मंगल ग्रह से धीरे-धीरे ह्यूमन शिफ्टिंग शुरू हुआ और इस तरह से मंगल ग्रह से जीवन का अंत शुरू हुआ.
क्या हम Martianहैं? (Are We Martian?)
मंगल ग्रह को लेकर चल रही इतनी सारी थ्योरीयों में एक थ्योरी ये भी है कि क्या हम मंगल ग्रह के निवासी हैं. वास्तिवकता में ऐसा माना जाता है कि जीवन मंगल ग्रह पर सबसे पहले आयी थी, क्योंकि अगर हम पृथ्वी और मंगल ग्रह के उत्तपति की बात करते हैं, तो पता चलता है कि मंगल ग्रह, पृथ्वी से 100 मिलियन पहले ही अस्तित्व में आ गया था. ऐसे में मार्स पर जीवन की संभावना भी सबसे पहले विकसित हुई. इसके कई सौ सालों बाद जब मंगल ग्रह पर जीवन का अस्तित्व खत्म होने के कागार पर आया तब शायद वहां से जीवन का विस्थापन शुरू हुआ होगा.

इस स्थिति में हमारे Martian होने की थ्योरी के अनुसार जब मंगल ग्रह पर एस्टोरिएड की वर्ष शुरू हुई, तो वहां से जीवन का एक अंश वहां से अंतरिक्ष में आ गया. जो बाद में पृथ्वी पर आइस ऐज के बाद जब सल्फ्यूरिक एसिड की वर्षा हुई, तो उसके संपर्क में वो अंश पृथ्वी की सतह पर आया होगा. जो बाद में पृथ्वी एक कोशीय जीव और बाद में धीरे-धीरे विशालकाय जीवों में परवर्तिति होते चले गए और इस तरह से पृथ्वी मानव सभ्यता और आधुनिक मानव का जन्म हुआ.